गुरूजी श्री चरण वंदन
तेरे मिलने से पहले भी जीते थे हम ,, जीने वाली मगर बात कोई न थी ,,,, मुस्कुराती हुई सुबह कोई न थी ,, गुनगुनाती हुई रात कोई न थी ,,,,,तेरे मिलने से ————- ————————————————————————
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गुरूजी श्री चरण वंदन
तेरे मिलने से पहले भी जीते थे हम ,,
जीने वाली मगर बात कोई न थी ,,,,
मुस्कुराती हुई सुबह कोई न थी ,,
गुनगुनाती हुई रात कोई न थी ,,,,,तेरे मिलने से ————-
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